बक्श दी सारी खताएं , माफ़ कर दी गुस्ताखियाँ ,
अब इससे बड़ा दिल और कहाँ से लायें हम...



ये खातावारों की दुनिया है दोस्त मेरे , गुनाहगारों ki नहीं ...

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