खुद को इतना झुकाओ के जिसके आगे झुको
उसका हाथ तुम्हारे सर पर आकर ठहर जाए,
मगर खुद को उसके क़दमों में यूँ मत गिराओ
के वो तुम्हें ठोकर मार के बेरुखी से गुज़र जाए ...

Popular posts from this blog

अहसास-ए-गम

तमन्ना-ऐ-वस्ल-ऐ-यार