तुम नज़र अंदाज़ करोगे तो हम दरकिनार कर देंगे
नाज़ उठा सकते हैं तुम्हारे, नखरे मगर तौबा तौबा ...
हर बात पर चुटकी लेते हो, हर बात पर छेड़ देते हो
बाज़ आते नहीं, और उसपे ये मिजाज़ तौबा तौबा ...
नाज़ उठा सकते हैं तुम्हारे, नखरे मगर तौबा तौबा ...
हर बात पर चुटकी लेते हो, हर बात पर छेड़ देते हो
बाज़ आते नहीं, और उसपे ये मिजाज़ तौबा तौबा ...