देने वाला दुआ तो दे सकता है लेकिन
बेताब दिल को आसरा नहीं दे सकता
मंज़िल का पता देने से परहेज़ किसे है
हममंज़िल-ओ-हमराह नहीं दे सकता
अफसाना-ए -शिकस्त सुना के बशर
नसीहत देता है तजुर्बा नहीं दे सकता
मकानों में तो मकीं ज़माना करता है
घूमने को दश्त-ओ-सहरा नहीं दे सकता
दश्त-ओ-सहरा - forest and desert
बेताब दिल को आसरा नहीं दे सकता
मंज़िल का पता देने से परहेज़ किसे है
हममंज़िल-ओ-हमराह नहीं दे सकता
अफसाना-ए -शिकस्त सुना के बशर
नसीहत देता है तजुर्बा नहीं दे सकता
मकानों में तो मकीं ज़माना करता है
घूमने को दश्त-ओ-सहरा नहीं दे सकता
दश्त-ओ-सहरा - forest and desert