कुसूर
हद है,कुसूर भी माना उन्होंने कुछ अकड़ के कुछ बिगड़ के .... ***** कोई दर्द में हुआ हो तो हुआ करे उन्हें अपनी बेपरवाही पे गुरुर है देख कर एक नज़र उधर देखते हैं जाने उधर किस शय में क्या सुरूर है ??? ****** हर बात पे तोहमत लगाते हैं हर बात पे टोकते जाते हैं मेरे हबीब हैं वो खुदाया फिर क्योंकर दुश्मनी निभाते हैं ? ***** मेरे चाहनेवालों की फेहरिस्त में आज फिर एक नाम जुड़ गया उनकी आशिकी का दम भरते थे कभी आज वो दामन फैलाए खड़े हैं