हर इंतज़ार की एक मियाद होती है
हर रिश्ता वक़्त के साथ बदलता है
कौन उम्र भर साथ देता है किसी का
कौन पग पग आपके साथ चलता है

दामन थामना कोई बड़ी बात नहीं
दामन थाम कर रखना दिलदारी है
रंजिश दिल में कोई रखे तो रखा करे
मेरा नसीब अब उसकी हथेली में पलता है

मुझे गुरुर है अपने इन्तिखाब पर
एक ऐसा शख्स जो शातिर नहीं
वो जो सिर्फ मेरे लिए ही जीता है
वो जो सिर्फ मेरे रंग में ढलता है ....

Popular posts from this blog

अहसास-ए-गम

तमन्ना-ऐ-वस्ल-ऐ-यार