अजनबी से गुफ्तगू
जितने खूबसूरत अल्फाज़
उतने ही प्यारे जज्बात
एक अनजान के अंदाज़-ए-बयानी ने
हमे हैरान कर दिया....
न रिश्तों की कोई डोर
न कोई जुम्बिश हुई न शोर
फिर क्यों इस अजनबी की बातों ने
हमे बे-बयान कर दिया....
उतने ही प्यारे जज्बात
एक अनजान के अंदाज़-ए-बयानी ने
हमे हैरान कर दिया....
न रिश्तों की कोई डोर
न कोई जुम्बिश हुई न शोर
फिर क्यों इस अजनबी की बातों ने
हमे बे-बयान कर दिया....