कल ज़रूर होगा

कल ज़रूर होगा.. मुझे यकीन है..

कल का आना तय शुदा तो नहीं
मगर मुझे किस्मत पे यकीन है
के मेरा आज जितना हसीन था
मेरा कल उससे भी ज्यादा हसीन है

ये मेरा हौसला है ओर
ये ही मेरी जिद भी समझ लो
के आसमानों को छूना है एक दिन
चाहे अभी मेरे कदमो तले ज़मीन है

वैसे न खौफ है मौत का हमे
न इस जान से कोई लगाव है
फिर क्यों सोचें कल के बारे में
जब मेरा आज मेरे साथ यहीं है

वक़्त सबको उतना ही मिलता है जितना लिखा हो
लम्हा लम्हा खुदा की नवाजिश है
फिर उसी खुदा पे छोड़ दे सब, सोच मत
के इंसान के हाथ में कुछ नहीं है

कल ज़रूर होगा.. मुझे यकीन है...

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