दिल को तेरी यादों ने घेर रखा है

दिल को तेरी यादों ने घेर रखा है,
हर पल पे अब उनका इख्तियार है;
कह दो उनसे कल का वादा है,
के मुलाक़ात का हमे भी इंतज़ार है;
अपनी रातों का ज़िक्र कुछ इस तरह किया,
हमे लगा ये हम पे बीता हुआ सा है;
फिर बाहों में रात बिताने की हसरत है,
फिर एक उम्मीद की तम्मना बेदार है;
हर तरफ तेरा चेहरा नज़र आता है,
पलकें बंद हो तो सपनो में तू सताता हैं;
वो आता नहीं मेरे पहलु में जिसके लिए,
कितनी रातों से मेरे दिल बेकरार है;
मिलेगा कभी तो तेरे दामन से लिपट सो जायेंगे,
एक नए दिन एक इब्तदा तेरे साथ पायेंगे;
मुद्दत हुई उसे मेहमान किये हुए,
जिसको प्यार करना मेरी आदत में शुमार है..

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