उसके आने से

आपके आने से देखो, सूरज चमक उठा
हर तरफ चमकीली धूप छा गयी
पतझड़ का मौसम, वो देखो, वो चला
सारे जहान पे बहार सी आ गयी
हर फूल खिल खिल के अंगडाई लेने लगा
हर कली दोबारा मुस्काने लगी
हर पता हरा सा दिखने लगा
फिजा में खुशबू सी छा गयी
मेरे होंठों से गम की परत उतरने लगी
आँखों में चमक भी लौट आई
दिल फिर से गुनगुनाने लगा
मेरी जिस्म में जान सी आ गयी

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